स्नैपडील की सफलता की कहानी : Snapdeal Success Story In Hindi

काफी मेहनत के बाद बनी Snapdeal एक बहुत बड़ी e-commerce company हैल्लो दोस्तों आज हम आपके साथ शेयर करने जा  रहे है  Snapdeal e-commerce Company की Success Story  हिंदी में 

दोस्तों आपके मन में यह सवाल ज़रूर होगा की Snapdeal क्या है?  Snapdeal के founder कौन है? Snapdeal Success story क्या है ? तो चलिए दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम जान लेते है इन सभी  सवालों के जवाब हिंदी में 

आज टेक्नीकल ज़माने में  जहा हर क्षेत्र में Competition बढ़ता जा रहा है और ख़ुद को किसी भी क्षेत्र में Success करना काफी हार्ड हो गया है। लेकिन अगर मन में कुछ करने का जुनून हो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है यह बात  हम Snapdeal के founder – Kunal Bahl से अच्छी तरह सिख सकते है 

Kunal Bahl अपनी मेहनत और विश्वास के दम पर Snapdeal की शुरुआत की जिसे आज वो अपनी हुनर के दम पर दिन-प्रतिदिन ऊंचाइयों के नये शिखर पर ले जा रहे है, लेकिन क्या आप जानते है  Kunal Bahl के इस  सफर को, यदि आपका जवाब  ना है तो आइये जानते है Kunal Bahl की Success Story

Snapdeal Success Story In Hindi

स्नैपडील की सफलता की कहानी : Snapdeal Success Story In Hindi

एक Middle family में जन्मे कुणाल बहल के माता-पिता चाहते थे की Kunal भी अपने बड़े भाई की तरह एक सफल इंजीनियर बने, kunal भी काफी मेहनत किये लेकिन उनका एडमिशन आईआईटी में नहीं हो सका, लेकिन वे इससे निराश नहीं हुए बल्कि यही उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी सबक था। 

आईआईटी में एडमिशन ना मिलने के बाद इन्होंने एक प्राइवेट कंपनी में 6 हजार रूपए की शैलरी पर एक जॉब करना शुरू कर दिया, लेकिन इनके मन में तो कुछ और ही चल रहा था Kunal एक Business Man बनना चाहते थे, Kunal एक आम जिंदगी जीना नहीं चाहते थे, फिर इन्होने जॉब  छोड़ने का फैसला लिया और जॉब को छोड़ दिया। 

कुणाल  बिज़नेस एजुकेशन सीखने के लिए यूएस (us) चले गये और वहां के वार्टन कॉलेज में दाख़िला लिया वार्टन एक ऐसी यूनिवर्सिटी थी जो 5 साल में इंजीनियरिंग प्लस बिज़नेस डिग्री देती थी। लेकिन कुणाल जी अपना समय और पैसा बचाने के लिए  यह डिग्री केवल 4 साल में ही हासिल कर ली। 

इसके बाद इन्होंने तीन -चार महीने तक मइक्रोसॉफ्ट कंपनी में जॉब  किये जॉब करने के महज तीन चार महीने  बाद इन्हे मजबूरन India आना पङा क्योकि इनका वीजा expired हो गया था। इस घटना  के बाद भी वे हताश (निराश ) नहीं हुए और अपने लक्ष्य को पाने के लिये आगे बढ़ते रहे।  

कुछ समय बाद इन्होने बिज़नेस करने की सोची और लगभग सन 2009 में  डिस्काउंट कूपन बुक कम्पनी की शुरुआत की इस कंपनी के कूपन के माध्यम से लोगो को Mall , Restaurants आदि में कुछ % की छूट मिलती थी। लेकिन ज्यादा कूपन न बिक पाने के कारण कंपनी को बंद करना पड़ा 

इस  कंपनी के बाद इन्होने Snapdeal की शुरुआत की जो शुरू में लोगो को ऑनलाइन कूपन बेचती थी शुरुआत में यह बहुत कम विकसित हुई बाद में लोगो द्वारा इसे पसंद किया जाने लगा और लोग इसके लिए अपना रूचि दिखाने लगे और इस कंपनी का व्यापार दिन-प्रतिदिन बढ़ता गया, अपनी कंपनी को और आगे ले जाने के लिए इन्होंने e-commerce की जानकारी हासिल करने के लिए चीन चले गये वहा पर इन्होंने  Alibaba कम्पनी की

Success की गुणों को सिखा और काफ़ी जानकारी हासिल कर अपने स्वदेश वापस आकर अपनी कंपनी Snapdeal पर इन गुणों को Apply किया इन गुणों के प्रयोग से यह कंपनी काफ़ी सफलता प्राप्त की इसके बाद इस कंपनी ने लोगो की सभी जरूरत की चीजे online  Sell करने लगी, 

आज इस कंपनी के अंदर लाखो प्रोडक्ट है जो लोगो के जरुरतो को पूरा करते है और लाखो लोगो को इस कंपनी में जॉब मिली, इस प्रकार कुणाल बहल ने अपनी मेहनत के दम पर Snapdeal को करोड़ों की कंपनी बना दी  ऐसा करके ये हम जैसे यूवाओ के लिए एक प्रेणना के स्रोत बन चुके है,
My thought –  हमे इनके असफ़लता से कुछ सीखना चाहिए की असफलता अपने आप में कुछ भी नहीं है क्योकि सफल एक  गरीब भी हो सकता है और असफल एक अमीर भी यह हमारे मेहनत और दृश्टिकोण पर निर्भर करता है। 

हैल्लो दोस्तों मैं आशा  करता हूँ आपको यह पोस्ट Snapdeal Success Story In Hindi ज़रूर पसंद आया होगा  यदि आपको पसंद आया है तो प्लीज मेरे लिए कोई सुझाव कमेंट में ज़रूर लिखिए क्योकि आपका एक कमेंट हमारा आत्म विश्वाश बढ़ता है जिससे हम इस  प्रकार के पोस्ट लिखने  लिए उत्साहित होते है यदि इस आर्टिकल से सम्बंधित आपका कोई भी सवाल है तो मुझे comment करके ज़रूर पूछे हम जल्द से जल्द जवाब देने की कोशिश करेंगे। 

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